tag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post8745083423792083496..comments2023-10-24T17:00:22.629+05:30Comments on Binod Ringania: असम की चिट्ठीBinod Ringaniahttp://www.blogger.com/profile/04962785029108706768noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-77570354674723850432012-08-26T12:46:38.422+05:302012-08-26T12:46:38.422+05:30रिंगानियाजी, आपने लखदाद. आपरो ओ लेख म्हे पढयो| घणो...रिंगानियाजी, आपने लखदाद. आपरो ओ लेख म्हे पढयो| घणो चोखो लाग्यो. आप जिस्सा कलमकार तो हकीकत मे आसाम मे रेव्णिया वाँ लाखू प्रवासिया रा एकला इस्सा जुझार हो जिक्का आपरी कलम री कोरणी सूँ साँचा चितराम मांडता थका उण मूक लोगा री आवाज ने जबान देवो. अल्फा रे आतंक री वगत भी आप जित्तो की पुर्बांचल प्रहरी मे लिख्यो वो सोनलिया आखरां मे लिखण जोग है. पण हिंदी भाषा री आपरी सीवाँ है अर आपरो वो लिख्योड़ो उण सीवाँ मेvinod saraswathttps://www.blogger.com/profile/08272446323832358799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-4087036451141411332012-08-25T23:05:55.270+05:302012-08-25T23:05:55.270+05:30एक मह्त्वाकंकांक्षी राजा ने अपने राज्य में युद्ध व...एक मह्त्वाकंकांक्षी राजा ने अपने राज्य में युद्ध व यात्रा के लिए बढिया नस्ल के घोड़े मंगाए | सामान ढोने के लिए कुछ गधो का भी प्रबंध किया गया. एक दिन राजा के वित् मंत्री ने राजा को एक नायाब सुझाव दिया और राजा मुदित हुआ.उसने फोरन घोड़ो को बुलाया,फरमान सुनाया की अब उन्हें बोझा ढोने का काम भी करना होगा.क्योकि राज्य की अर्थ वयस्था सुधारने के लिए गधो की छटनी की जा रही है.घोड़ो को यह फरमान अपमानजनक लगा,Acupuncture 4 Humanityhttps://www.blogger.com/profile/11744042556249153956noreply@blogger.com