tag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post3743197289569885156..comments2023-10-24T17:00:22.629+05:30Comments on Binod Ringania: झंडा फहराएंBinod Ringaniahttp://www.blogger.com/profile/04962785029108706768noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-78801473140853053302013-08-17T11:28:11.479+05:302013-08-17T11:28:11.479+05:30आपने सही लिखा है. असम ही नहीं पूरे हिन्दुस्तान में...आपने सही लिखा है. असम ही नहीं पूरे हिन्दुस्तान में यही हाल है. झंडा फहराना बस एक परंपरा भर रह गई है, जिसे कुछ लोग बेमन से निभारे हैं. जज्बा नहीं है .. चाहिए तो एक ऐसा नेतृत्व जो अलसाये, सोये पड़े भारत के लोगों में स्वाभिमान और देशभक्ति का जज्बा भर सके.<br /><br />प्रकाश सेठिया<br />सुरत.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05664913342336675320noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-7603737726185515612013-08-16T11:04:24.910+05:302013-08-16T11:04:24.910+05:30हम झंडा क्यों फहराहें ?
आंध्रा से अलग तेलांगाना र...हम झंडा क्यों फहराहें ?<br /><br />आंध्रा से अलग तेलांगाना राज्य गठन किए जाने की घोषणा हुई ही कि हमारा प्रदेश असम हिंसा प्रति हिंसा की आग मे झोंक दिया गया। सैंकड़ों हजारों घंटो ब्यापी बंद की घोषणा के चलते आज हम गृह बंदी हैं। बोडोलैंड, कार्बी, कामतापुर आदि छोटे छोटे राज्यों की मांग को ले कर तथा कथित इनकलाबियों के अड़ियल रूख के सामने हम सब आज बौने बन कर रह गएं हैं। जब हमारा प्रदेश ज्वालामुखी के Nagendra Sharma, Golaghatnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-29557889644207612312013-08-16T09:45:54.271+05:302013-08-16T09:45:54.271+05:30किसलिए हम इन दो दिनों को अलसाए-से, मरे-मरे, उदास-उ...किसलिए हम इन दो दिनों को अलसाए-से, मरे-मरे, उदास-उदास, पड़े-पड़े, ताश खेलकर, टीवी से चिपककर बिताएं! आखिर ये दो दिन उस घटना की याद दिलाते हैं जब विश्व में एक नए तरह के राष्ट्र का उदय हुआ। विद्वानों ने कहा था कि भाषा या धर्म या इतिहास का सहारा नहीं होने के कारण यह राष्ट्र बन नहीं सकता। हमने बनाया। विद्वानों ने कहा कि यह टिक नहीं सकता। हमने टिकाया। <br />अब तक तो घसीट लाये हैं जैसे तैसे इस लोकतंत्र Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-31290508451876523292013-08-15T08:28:20.721+05:302013-08-15T08:28:20.721+05:30Bahut hi sargarvit tippani w lekh. Sadhu Sadhu. De...Bahut hi sargarvit tippani w lekh. Sadhu Sadhu. Desh ki swadhinta ko akchhun banaye rakhna hai. Astin ke sampo se sawdhan rahna hai. <br /><br />Swadhinta diwas par badhaiyan. Waise usi din awam saal mei mei vi Swadhin huwa tha.<br />Radhey Radhey.<br /> Hari Gaggar Camp: PuneAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/13904779978753111030noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2773075173409061139.post-82971098817371839622013-08-14T20:27:48.226+05:302013-08-14T20:27:48.226+05:30"हमारा राष्ट्र एक ऐसा पौधा है जिसके बारे में ..."हमारा राष्ट्र एक ऐसा पौधा है जिसके बारे में अनुभवी बागवानों का कहना है कि यह पौधा इस मिट्टी में पनप नहीं सकता। इसलिए हमारा और भी यह कर्तव्य हो जाता है कि हर 15 अगस्त और 26 जनवरी को इसे श्रद्धा से सींचें और बागवानों को गलत साबित कर दें।"<br /> sandar lineShambhu Choudharyhttps://www.blogger.com/profile/03776713428128546589noreply@blogger.com